कुछ
चीजें नितांत निजी होती हैं। बिल्कुल व्यक्तिगत। चाहे वह आपका
व्यवहार-व्यक्तित्व हो, आदत-स्वभाव हो या फिर चिंतन-दृष्टि। मेरी पत्नी
सीमा ने मुझे आज से बारह साल पहले छूट दी थी कि मैं आगे पढ़ू। इंटर पास लड़के
के लिए यह ग्रेस माक्र्स था। यह वह सपोर्ट था जिसकी भरपाई असंभव है। सीमा
ने खुद सब सहा और मुझे खुशी, प्रसन्नता और आह्लाद भेंट की। एई
लड़की....शुक्रिया! हैप्पी वेलेंटाइन डे!
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